क्या होम्योपैथी में सफेद दाग का इलाज है | Homeopathic mein safed daag ka ilaj

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क्या होम्योपैथी में सफेद दाग का इलाज है, Homeopathic safed daag ka ilaj

होम्योपैथी में सफेद दाग का इलाज:
 आप लोगों में से कई ऐसे होंगे जो बिटिलिगो बीमारी से पीड़ित मरीज को अवश्य देखा होगा। उनके हाथ की अंगुलियों पर, चेहरे पर, कानों और पैरों पर सफेद दाग दिखते हैं। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय और दवाईयो का इस्तेमाल करते हैं परंतु उनका लाभ नहीं मिल पाता। और सही समय पर उपचार न मिल पाने से यह धीरे-धीरे पूरे शरीर पर फैलने लग जाता है।

सफेद दाग क्यों होता हैं?

सफेद दाग कई प्रकार के कर्म से हो सकते हैं, नीचे दिए गए कुछ निम्नलिखित कारण है-

1. यह बीमारी जेनेटिक भी हो सकती है, यानी किसी के माता या पिता को यह बीमारी है तो उनके बच्चो को भी हो सकती है, कभी कभी फ़ैमिली हिस्ट्री का ऐसा असर बच्चो प्रभाव पड़ सकता है।

2. कभी कभी देखा गया है एलोपेशिया एरियाटा नामक एक ऐसी बीमारी है जिसमें त्वचा पर राउंड होकर वह के बाल समाप्त हो जाते है, और समयानुसार उसे स्थान का कलर बदलने लगता है ।

3. औरतों के खराब चिपकने वाली बिंदी, और प्लास्टिक की चप्पल के इस्तेमाल से भी यह बीमारी हो सकती है।

4. प्लास्टिक केमिकल या रबड़ वाली कंपनियों में काम करने वाले लोगो को भी अधिक खतरा रहता है।

5. थायराइड जैसी बीमारी होने पर भी इस बीमारी का खतरा हो सकता है।

6. कई बार पाया गया है कि शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी से भी सफेद दाग जैसी बीमारी हो जाती है।

7. कभी-कभी फंगल संक्रमण की वजह से भी सफेद दाग हो सकते है।

8. त्वचा पर अत्यधिक धूप पढ़ना, टेंशन, या कुछ केमिकल्स इत्यादि के संपर्क में आ जाना।

9. फ़ैमिली में किसी अन्य को यह समस्या होना।

10. लिवर से संबंधित रोग

11. जल जाना या चोट लगना।

12. पाचन क्रिया ठीक ना होना।

13. कैल्शियम की कमी से भी से भी यह बीमारी हो सकती है।

सफेद दाग के लक्षण क्या है?

सफेद दाग होने के कई लक्षण हो सकते है। शुरुवाती दौर में अलग दिखाई पड़ते है और बाद में एक जटिल बीमारी बन जाते है, तो आइए जानते है उनके लक्षण क्या है।

1. सफेद दाग कभी कभी शुरुवात में आपके स्किन पर बाल सफेद होने लगता है और कुछ समय बाद उस जगह स्किन का कलर फिका पड़ने लगता है।

2. अगर शरीर के किसी हिस्से पर सफेद दाग हो गया है, और कहीं भी चोट लगने पर उस जगह सफेद हो जाता है तो समझ लीजिए बीमारी तेजी से फैल रही हैं, आपको डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

3. सफेद दाग की बीमारी इतनी जल्दी ठीक होने वाला रोग नहीं है। आपको जानकारी होना चाहिए कि यह रोग छूने से नहीं फैलता। इसे आयुर्वेदिक और होम्योपैथी दवाईयो की मदद से ठीक किया जा सकता है।

क्या सच में मुमकिन है? होम्योपैथी में सफेद दाग का स्थायी इलाज

सफेद दाग एक ऐसी बीमारी है जो जल्दी ठीक नहीं होती। इस बीमारी से बहुत लोग ग्रसित होते है। इस बीमारी को बिटिलिगो के नाम से भी जाना जाता हैं। यह बीमारी लंबे समय तक रहती है। इस लेख में हम एक ऐसी दावा के बारे में बात करेंगे जो काफी असरदार साबित हुई है, जिसके प्रयोग से कई लोगों को फायदा हुआ है, जिन्होंने इस होम्योपैथी दावा का उपयोग किया है, उनको अच्छे रिजल्ट मिले है।

यह बीमारी लंबे समय तक चलती है और समय के अनुसार यह बढ़ती जाती है ठिक उसी तरह यह दवा भी धीरे धीरे असर करती है

दोस्तो हमारी त्वचा बहुत ही कॉम्प्लेक्स होती है, त्वचा में मिलानोसाइट नामक सेल्स मौजूद होते है। जिसमें से मेलानिन पिगमेंट निकलता है, यही मेलानिन पिगमेंट हमारे त्वचा के कलर को बनता है। यदि यह कम है तो आपकी स्किन गोरी होगी, अगर ज्यादा है तो स्किन काली होगी, अगर बिल्कुल नहीं है तो आपकी स्किन सफेद हो जाएगी। 

जब मेलानिन पिगमेंट, मिलानोसाइट से नहीं हो पाता है तो उस जगह की स्किन बिल्कुल सफेद पड़ जाती है। तो इसी कंडीशन को बिटिलिगो या सफेद दाग कहते है। अब जानेंगे बिटिलिगो के लिए होम्योपैथिक दवा कौन सी है-

अम्मी विस्नागा मदर टिंचर क्यू: Ammi Visnaga Q

अम्मी विस्नागा मदर टिंचर क्यू डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है,जो सफेद दाग की समस्या के लिए बेस्ट दावा मानी जाती है, इस आर्टिकल में इसी होम्योपैथी दवा के फायदे, प्रयोग और प्राइस के संबंध में जानेंगे।


1. आप जानेंगे यह आयुर्वेदिक दावा काम क्या करती है, और यह दवा सफेद दाग के लिए काम कैसे करती है।

2. आपको जानकारी के लिए बता दे कि को मोनोलो साइट्स जो सेल्स होते है उनको ये इम्प्रूव करती है, जिसके कारण जल्द ही मेलिनिन पिग्मेंटेशन होने लगता है। जिसकी वजह से जहां पर सफेद दाग है उस जगह पर कलर आना शुरू हो जाता है।

3. अगर आपके पूरे शरीर पर बिटीलिगो हुआ है तो वांह ये काम नहीं करेगी, ये उस स्थान पर काम करेगी जैसे- हाथ पर हुआ है, उंगलियों पर, आंख के आसपास, कान, लिप जैसे स्थानों पर। शरीर के अलग अलग स्थानों पर नजर आ सकते है इस तरह के स्थानों पर अम्मी विस्नागा मदर टिंचर बेहतर काम करेगी। कुछ दिनों के उपयोग से ही नेचुरल कलर आने लग जाता है और सफेद दाग ठीक हो जाता है। क्यों की यह बहुत तेजी से असर करती है।

Ammi Visnaga कैसे करें उपयोग? जानिए इसके होम्योपैथिक गुण और सावधानियाँ

इस होम्योपैथिक दवा का प्रयोग आपको दिन में दो बार प्रयोग करना है। सुबह और शाम को, सुबह के समय स्नान करके एक बार लगा ले, लगाना कैसे हैं तो आईए जानते हैं, 

मान लीजिए आपके शरीर के किसी स्थान पर सफेद दाग हुआ है जैसे कि आपके हाथ पर तो उस स्थान पर अमी विसनेगा रूई की मदद से लगाना है। आप चाहे तो अपनी उंगलियों की सहायता से भी लगा सकते हैं क्योंकि उंगलियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। बेहतर रहेगा आप रूई की सहायता से ही लगाने का प्रयास करें।

दवा लगाने के बाद आपको 5 मिनट तक पुराने जमाने वाला बल्ब 100 वाट का आता था उसके सामने रखना है। बल्ब की गर्माहट जरूर लगनी चाहिए। सफेद दाग वाले मरीज को उस बल्ब की गर्माहट से बहुत फायदा होता है। ऐसा आपको सुबह और शाम दिन में दो बार करना है। 

आप देखेंगे लगभग एक महीने बाद आपको उसका असर दिखाना शुरू हो जाएगा। और इस दवा का असर कुछ मरीजों पर 3 महीने के अंदर 60% तक ठीक होना देखा गया है। आप इस दवा का प्रयोग जरूर करें। क्योंकि दूसरी दवाईयो की अपेक्षा यह दवा काफी तेजी से काम करती है। तो आइए अब जान लेते हैं इस दवा की कीमत क्या है?

Ammi visnaga(अमी विसनेगा) होम्योपैथी दावा की कीमत क्या है?

दोस्तों इस दवा की कीमत 235 रुपया है, और इसमें आपको अलग-अलग जगह पर अलग-अलग दम हो सकता है कुछ जगहों पर आपको 10% की छूट भी मिल सकती है।

दोस्तों उम्मीद है हमारा यह लेख होम्योपैथी में सफेद दाग का इलाज आपको जरूर पसंद आया होगा आपसे निवेदन है हमारे इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें ताकि उनको भी यह जानकारी मिल सके।

धन्यवाद!

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