टाइफाइड बुखार को जड़ से खत्म करने का इलाज-Typhoid bukhar ka ilaj
टाइफाइड बुखार को जड़ से खत्म करने का इलाज-Typhoid bukhar ka ilaj इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि यदि आपको बुखार हो गया है। या फिर टाइफाइड बुखार होने का पता चला है, तथा इसे सही होने में कई दिन लग जाते हैं, तो आप हमारे बताए गए घरेलू नुस्खे का उपयोग करके कैसे कर ठीक कर सकते हैं। बुखार एक ऐसी बीमारी है जिससे आदमी के शरीर का तापमान साधारण तापमान से ज्यादा बढ़ जाता है, और साथ में हमारे शरीर में बहुत दर्द होता है Typhoid bukhar ka ilaj तथा सिर में इतना दर्द होने लगता है कि हमें बर्दाश्त करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है।
तो हम आपको बताएंगे कि बुखार होने पर हम घरेलू नुस्खे का प्रयोग करके इस बीमारी को कैसे ठीक करेंगे वह भी बिना अंग्रेजी दवा के, लेकिन जब हमें टाइफाइड बुखार होने का पता चलता है, और हम अंग्रेजी दवा का प्रयोग कर रहे होते हैं। तब तक तो यह ठीक रहता है।
लेकिन जब हम अंग्रेजी दवा का प्रयोग करना छोड़ देते हैं, तो वह बुखार फिर से आ जाता है, तब यह नुस्खा आपको जरूर आजमाना चाहिए।
टाइफाइड बुखार के लक्षण-Typhoid bukhar kaise pata kare
टाइफाइड बुखार हो जाने पर कुछ ये परेशानियां होने लगती है जैसे कि :
- उल्टी और दस्त दोनों साथ में होना
- बॉडी में तेज दर्द होना
- कमजोरी महसूस होना
- सिर दर्द
- पेट दर्द
- पहले की अपेक्षा भूख कम लगना
- हमेशा थकान जैसा महसूस होना
- ठंड लगना
- कम बुखार के साथ शरीर हल्का गर्म रहना
- बुखार कभी-कभी 104 से 106 डिग्री तक पहुंच जाना
यही सब लक्षण दिखाई पड़ते हैं टाइफाइड बुखार होने पर
टाइफाइड बुखार को जड़ से खत्म करने का इलाज
पपीता को कौन नहीं जानता होगा, हर इंसान पपीता को एक बार जरूर खाया होगा। लेकिन पपीता का फल कि हम बात नहीं कर रहे हैं। हम बात करेंगे पपीते के पेड़ के पत्तों के बारे में, जी हां दोस्तों पपीते के पत्तों के प्रयोग के बारे में। लोगों को यह तो मालूम जरूर होगा कि पपीते के फल को खाया जाता है।
बल्कि यह पता नहीं होगा कि पपीते के पत्तों को भी काम में लाया जा सकता है। अब हम जानेंगे की पपीता के पत्तों के उपयोग के बारे में-
1- पपीता के पत्तों से टाइफाइड बुखार को जड़ से खत्म करने का इलाज
जिस व्यक्ति को बुखार हो गया है और उसका बुखार नहीं छोड़ रहा है, और बाद में पता चलता है कि उसे टाइफाइड बुखार हुआ है तथा दवा कराने पर बुखार चला जाता है। परंतु फिर 2 या 3 दिन में वापस आ जाता है। या कुछ दिनों तक ठीक हो जाता है।
पर दवा छोड़ने के बाद वापस आता रहता है तो आपको हमारे बताए गए नुस्खे को एक बार जरूर आजमाना चाहिए, नीचे बताए गए हमारे नुस्खे का प्रयोग करें।
- इस नुस्खे को आजमाने के लिए आपको एक पपीते का पेड़ ढूंढ लेना है, उम्मीद है पपीते के पेड़ को आप भली भातिं जानते ही होंगे। उसके बाद उसके पत्तिंयो को तोड़ लेना है।
- पेड़ के सबसे ऊपर वाले भाग के पत्तों को तोड़ना है, क्योंकि वह नया और अच्छा रहता है।
- पत्तों को तोड़ने के बाद उनको अच्छी तरह साफ पानी से धो दें,
- उसके बाद उन पत्तों को पानी की सहायता से पीस लें,
- जब वह अच्छी तरह से पीस जाए तो उसे किसी छननी या फिर साफ कपड़े की सहायता से छान लें,
- और उससे प्रतिदिन सुबह खाली पेट सेवन करें, स्वाद में आपको बहुत तीता लगेगा, लेकिन आप यदि बुखार से छुटकारा पाना है तो पीना ही पड़ेगा।
2- तुलसी के पत्तों से बुखार का इलाज
तुलसी के पौधों को तो आप जानते ही होंगे, तथा इसकी पूजा भी की जाती है। तुलसी के पत्तों में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं। जिसका उपयोग कई सारे रोगों को ठीक करने के काम में प्रयोग किया जाता है।
- इसमें आपको पानी के साथ चार से पांच काली मिर्च, डेढ़ चम्मच अदरक और 10 से 15 पत्ते तुलसी के साथ उबाल ले।
- उसे तब तक उबालें जब तक पूरा पानी आधा ना हो जाए।
- उसे ठंडा होने दीजिए, ठंडा होने पर रोगी को पिला दीजिए, बहुत राहत मिलेगी।
3- तुलसी, मुलेठी, शहद, और चीनी
तीसरे इलाज में आप 250 ग्राम पानी, तुलसी के कुछ पत्ते, मुलेठी, शहद और थोड़ा चीनी को किसी बर्तन में डालकर उबाल दें।
पूरा उबल जाने के बाद ठंडा होने दें, उसके बाद मरीज को पिला दे। यह स्वाद में मीठा होगा छोटे बच्चे इसे पीने से मना भी करेगे।
4- काली मिर्च, तुलसी का पत्ता, अदरक और दालचीनी
ये 4 चीजों का उयोग भी करके टाइफाइड बुखार को काम किया जा सकता है अगर बुखार बहुत तेज हो गया है तो 8 से 10 काली मिर्च, 10 से 12 तुलसी पेड़ की पत्तियां, थोड़ी मात्रा में अदरक और दालचीनी एक साथ मिश्रण कर किसी बर्तन में पानी के साथ मिलकर 10 मिनट तक उबाल लीजिए, पूरी तरह उबल जाए तो छन्नी की सहायता से छान लीजिए, और मरीज को 2 से 4 घंटे के अंतराल पर पीने को देते रहे, बुखार धीरे-धीरे कम होने लग जाएगा। जब बुखार कम हो जाए तो अपने नजदीकी किसी डॉक्टर से जरूर दिखाएं।
5- सूरजमुखी से बुखार का इलाज- typhoid Bukhar ka ilaj
यदि आपको पता चला है कि टाइफाइड बुखार हो गया है। तो आप इस उपाय को जरूर करें, तुलसी के कुछ पत्ते और सूरजमुखी का रस का काढ़ा बनाकर रोगी को पिलाएं, पुराना से पुराना बुखार हो उतर जाएगा ।
जिस किसी को ऐसा लगता है, कि वह कमजोरी का एहसास कर रहा है, तो उन्हें रोज सुबह खाली पेट गर्म पानी पिलाएं
ऐसा करने से पेट साफ होगा और शरीर के बुरे तत्व शौच के समय बाहर निकल जाएगा और शरीर की कमजोरी धीरे-धीरे ठीक हो जाएगी।
6- टाइफाइड बुखार को जड़ से खत्म करने का उपाय में घरेलू काढ़ा बनाएं
बाबा रामदेव के बताए गए इस नुस्खे में आपको लेना है। चार से पांच मुनक्का 8-10 अंजीर और 1 से 2 ग्राम खूबकला। इन सब चीजों को एक साथ बराबर मात्रा में मिलाकर किसी मिक्सर मशीन से पीस लीजिए।
पूरी तरह पीस जाने के बाद इसे खा लीजिए। ऐसा 1 सप्ताह करने से आपका टाइफाइड बुखार बिल्कुल गायब हो जाएगा।
7- टाइफाइड बुखार में लौंग का प्रयोग-typhoid bukhar ka ilaj
लॉन्ग में पाए जाने वाला एंटीबैक्टीरियल गुण और बैक्टीरिया को मिटाने की क्षमता होती है। और साथ ही बुखार में उल्टी, घबराहट और दस्त के लिए भी लाभकारी होता है।
- इसके लिए आपको लेना है, 8 से 10 लॉन्ग और 6 – 8 कप पानी के साथ चूल्हे पर उबलने दें।
- उसके बाद बच्चा हुआ आधा पानी को रोज पिए, बुखार में बहुत राहत मिलेगी ।
टाइफाइड कितने दिन तक रहता है?
टाइफाइड बुखार कितने दिन तक रहता है यह कहना शायद मुश्किल होगा, क्योंकि यह एक ऐसा बुखार होता है जिसमें लगातार इलाज नहीं किया गया तो यह 15 दिन से लेकर 6 महीनों तक रह सकता है या उससे भी ज्यादा दिनों तक।
इसलिए समय रहते पहले ब्लड की जांच करवाएं और तत्काल इलाज शुरू कर दें।
दोस्तो मुझे यकीन है यदि हमारे बताए गए नुस्खे का उपयोग सही तरीके से कर लेते हैं तो टाइफाइड जैसी बीमारी से छुटकारा अवश्य मिलेगा क्योंकि हमने जो भी उपाय बताया है वह आजमाया हुआ नुस्खा है इसे आपको एक बार जरूर आजमाना चाहिए।